cesarean risks, cesarean planning

Cesarean से पहले इन 3 चीज़ो पर गौर करें

आज कल कई  गर्भवती महिलाएँ  बिना किसी complication या बाधे के बावजूत  cesarean के द्वारा जन्म देने का सोचती हैं। ऐसी महिलाओं को cesarean के बारे में यह 3 टिप्पणियाँ ध्यान में रखनी चाहिए।

  1. Cesarean एक बड़ा ऑपरेशन  होता हैं  

American College of Obstetricians and Gynecologists के अनुसार गर्भवती महिलाओं को normal delivery का पूरा प्रयत्न करना चाहिए अगर गर्भावस्था में कोई medical complication नहीं हो।

Cesarean delivery के अपने जोखिम होते हैं। सीताराम भरतिया हॉस्पिटल की डॉक्टर अनीता सभरवाल का कहना है ” हालांकि cesarean ऑपरेशन आज कल बहुत सुरक्षित हो गया है, फिर भी इसके दौरान, माँ के आंत और पेशाब की थैली में आहत होने का खतरा होता है। और cesarean के कारण कुछ महिलाओं की अगली pregnancy में गंभीर complications भी हो सकते हैं।  इसलिए बिना medical कारण के किसी महिला को cesarean नहीं करवाना चाहिए। ” 

2.Cesarean से बच्चे के लिए जोखिम

Cesarean द्वारा जन्मे बच्चो को अकसर nursery  में दाखिल होना पड़ता है ।  इनमे से कुछ बच्चो को सांस लेने में मुश्किल भी हो सकती है (respiratory distress)। ऑपरेशन के कारण माँ को breasfeed कराने में भी मुश्किल होती है । नई medical research के अनुसार cesarean से जन्मे हुए शिशुओं को आगे जीवन में मोटापा, मधुमय  (diabetes) या allergy का भी खतरा होता है ।

  1. Cesarean के बाद  दर्द

Cesarean के बाद महिलाओं को ठीक होने में दो से चार हफ्ते लगते हैं। दर्द से राहत के लिए उन्हें दवाइयाँ लेनी पड़ती हैं । उन्हें चलने में , खाना खाने में, और शिशु के देखभाल करने में परेशानी होती है ।

Labour pain के भय से राहत

डॉक्टर अनीता  का कहना हैं कि “किसी भी महिला को labour pain के भय से cesarean करवाने का नहीं सोचना चाहिए। महिलाओं को labour की जानकारी हासिल करनी चाहिए और सोचना चाहिए  कि बहुमत महिलाओं को labour से गुज़रने में कोई खास मुश्किल नही होती है । परंतु labour से गुज़रने के लिए महिलाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयारी की ज़रुरत हो सकती है ।

हम antenatal classes में गर्भवती महिलाओं को पिछले साल में माँ बनने वाली महिलाओं से मिलवाते हैं ।उनका अनुभव सुनकर pregnant महिलाओं का मनोबल बढ़ता है।  “Antenatal classes में हम labour exercises और  सांस लेने के तरीके भी सिखाते हैं । इनसे माँ की सहनशीलता  बढ़ती है और labour के progress में फायदा होता है।”

“आज कल हम महिलाओं को एक ‘birth partner’  चुनने के लिए कहते हैं। यह उनके पति हो सकते हैं। Pregnancy classes में हम उन्हें सिखाते हैं कि वह कैसे labour  में माँ को exercise कराने में मदद दे सकते हैं , कैसे मालिश से उनका दर्द  कम कर सकते हैं ,और कैसे उनको सहारा और प्रोत्साहन दें सकते हैं । ”

“इन सबके बावजूत, यदि आप labour pain नहीं सह पाते हैं तो हम आपको epidural का इंजेक्शन दे सकते हैं जिससे दर्द से काफी राहत मिलती है। ”

“सीताराम भरतिया हॉस्पिटल में 2016 में 88% first-birth low-risk माताओँ  ने normal delivery से जन्म दिया।अधिकतम माताएँ अपने labour और delivery के अनुभव से बहुत खुश रहीं और उन्हें अपने बच्चे को खुद जन्म देने का गर्व है। हमें आशा हैं कि आपकी delivery भी इसी प्रकार पूर्ण रूप से सुखद हो । “

क्या आपके मन में pregnancy संबंधित प्रश्न है? दिल्ली में हमारे हस्पताल आकर अपनी परामर्श पाएं! हमें +91 9871001458 पर कॉल करें।

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