Ovarian cyst in hindi

Ovarian Cyst In Hindi – क्या होते है ओवेरियन सिस्ट और कैसे करे इनका सामना ?

ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst in hindi) एक तरल पदार्थ से भरी हुई थैली है जो महिलाओं के एक या दोनों अण्डाशयों (ovaries) में बन सकता है | यह एक आम बीमारी है जो किसी भी महिला को हो सकती है और ज़्यादातर हानिकारक नहीं होता |

“ओवेरियन सिस्ट  (Ovarian cyst in hindi) का होना कोई डरने की बात नहीं है | ज़्यादातर किस्सों में इस प्रकार के सिस्ट्स घातक नहीं होते है और कुछ समय बाद अपने आप ही गायब हो जाते है | परन्तु कभी-कभी यह सिस्ट्स फट भी सकती है जिससे गंभीर परेशानियाँ पैदा हो सकती है” डॉ. प्रीति अरोरा धमीजा , सीताराम भरतिया की अनुभवी obstetrician – gynecologist, का कहना हैं |

इसलिए ज़रूरी है कि आप ओवेरियन सिस्ट के लक्षणों को जाने ताकि सही समय पर उसकी जांच हो सके|

क्या है ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cyst in hindi) के लक्षण ? (How do you know if you have cysts on your ovaries?)

अधिकतर ओवेरियन सिस्ट कोई लक्षण पैदा नहीं करते और अपने आप ही ठीक हो जाते है | लेकिन बड़े आकर वाले सिस्ट (5 cm से बड़े) होने पर महिलाओं को निम्नलिखित लक्षणों का सामना करना पड़ता है –

  • श्रोणि में दर्द होना – यह दर्द कम भी हो सकता है और ज़्यादा भी हो सकता है
  • सम्भोग के समय दर्द
  • अनीयमित माहवारी (irregular periods) होना या माहवारी के समय ज़्यादा रक्त निकलना (heavy periods – menorrhagia)
  • पेट का फूलना या सूझ जाना

सोचने वाली बात यह है कि ओवेरियन सिस्ट महिलाओं में बनता कैसे है ?

कैसे और क्यों बनते है ओवेरियन सिस्ट? How and why are ovarian cysts formed (in hindi)?

“ओवेरियन सिस्ट दो तरह के होते है | एक होते है कार्यात्मक ओवेरियन सिस्ट जो मासिक – धर्म के कारण बनते है और एक होते है जो असाधारण कोशिकाओं (abnormal cells) के बढ़ने से बनते है | कार्यात्मक ओवेरियन सिस्ट्स ज़्यादातर हानिकारक नहीं होते है और अपने-आप ठीक हो जाते है | दूसरे तरह के सिस्ट्स कम महिलाओं में पाए जाते है | ” डॉ. प्रीति का कहना है |

(i) कार्यात्मक ओवेरियन सिस्ट का बनना (Ovarian cyst in hindi)

महिलाओं में ज़्यादातर कार्यात्मक ओवेरियन सिस्ट्स पाए जाते है | इसके बनने का कारण जानने के लिए हमे पहले यह समझना होगा कि औरत के प्रजनन प्रणाली में अण्डाशयों की क्या भूमिका होती है (ovary function in hindi)|

अण्डाशयों की मुख्य भूमिका है अंडे बनाना और हर महीने इनको फ़ेलोपियन ट्यूब्स में छोड़ना ताकि यह अंडे शुक्राणु से मिलकर गर्भाधान कर सके |
ये अंडे अण्डाशय के अंदर एक कूप में बनते है | इस कूप में तरल पदार्थ होते है जो बढ़ते अंडे की रक्षा करते है | जब अंडे के निकलने का समय आ जाता है, तब यह कूप फट जाता है और अंडा निकल आता है | परन्तु कभी कभार कोई कूप फट नहीं पाता और अंडे को अंदर रख कर ही बढ़ा होने लगता है और ऐसे में सिस्ट बन जाता है |

(ii) अन्य ओवेरियन सिस्ट्स का बनना (Ovarian cyst in hindi)

“इस तरह के सिस्ट उन कोशिकाओं से बनते है जिससे अंडे बनाए जाते है या जो गर्भ के बाहरी परत पर पाए जाते है | ऐसे बनने वाले सिस्ट्स आकार में बड़े हो जाते है और इनके फटने का भी ज़्यादा खतरा होता है |”

इस तरह के ओवेरियन सिस्ट्स कैंसरयुक्त भी हो सकते है और इनको तुरंत हटाना भी पड़ सकता है |

यह सब जानकर अगला सवाल जो सबके मन में उठता है वो है – ओवेरियन सिस्ट का इलाज कैसे किया जा सकता है |

ओवेरियन सिस्ट का इलाज (ovary cyst ko kaise dur kare?)

ओवेरियन सिस्ट (ovarian cyst in hindi) का इलाज सिर्फ कुछ ही स्तिथियों में अनिवार्य होता है |

ओवेरियन सिस्ट्स जो आकार में 4 cm से कम होते है और जिनमें साफ़ तरल पदार्थ पाए जाते है, उनमें ज़्यादातर किसी इलाज की ज़रूरत नहीं होती है और वो खुद ही चले जाते है |

“परन्तु वो ओवेरियन सिस्ट्स जो आकार में बड़े होते है (5 cm से ऊपर) और बार-बार आते रहते है, उनका इलाज ज़रूरी होता है | क्योंकि देरी से इलाज करने पर यह सिस्ट्स बढ़ते चले जाते है जिससे अंडाशय के मुड़ने का खतरा होता है | इससे कई परेशानियाँ आ सकती है |”

ओवेरियन सिस्ट्स को हटाने का एक तरीका है लैप्रोस्कोपिक सर्जरी जिसको ओवेरियन सिस्टेक्टॉमी (ovarian cystectomy) कहते है |

“यह एक मिनिमली इनवेसिव (minimally invasive) क्रिया होती है जिसमे कम से कम कटाव करते है जिसकी वजह से सर्जरी के बाद ठीक होने में भी काफी कम समय लगता है | इसलिए ओवेरियन सिस्ट को हटाने का सबसे उपयोगी तरीका है ओवेरियन सिस्टेक्टॉमी” ऐसा डॉ. प्रीति का मानना है |

सिस्ट को निकालने के बाद उसको टेस्ट के लिए भेजा जाता है ताकि पता चले की उसमे कोई कैंसरयुक्त कोशिका है कि नहीं |

डॉ. प्रीति कहती हैं – “कई महिलाएँ ओवेरियन सिस्ट के घरेलु उपाय (ovarian cyst ke gharelu upay) जानने के लिए मेरे पास आती हैं परन्तु इस बीमारी के लिए हम किसी घरेलु उपचार का सुझाव नहीं देते हैं | बेहतर तभी होता है जब इसका इलाज किसी अनुभवी gynecologist द्वारा कराया जाए |”

क्योंकि यह बीमारी औरतों के अण्डाशयों से जुड़ी हुई है, कई महिलाओं के मन में यह सवाल उठता है कि क्या मैं ओवेरियन सिस्ट के होते हुए माँ बन सकती हूँ?

क्या आपके मन में ओवेरियन सिस्ट से सम्बंधित सवाल हैं ? दिल्ली में हमारे हॉस्पिटल आएं और अपने इलाज के लिए डॉक्टर से मिलें। कंसल्टेशन बुक करने के लिए निचे दिए गए बटन पर क्लिक कर के व्हाट्सप्प करें ।

ओवेरियन सिस्ट और गर्भावस्था – Can I get pregnant with an ovarian cyst?

“ओवेरियन सिस्ट (ovarian cyst in hindi) अक्सर फर्टिलिटी पर असर नहीं करता परन्तु कभी-कभी गर्भ धारण करने में मुश्किलें पैदा कर सकता है | अगर सिस्ट को हटाने के लिए सर्जरी करनी पड़ जाए तो हमारी कोशिश रहती है कि हम सिर्फ सिस्ट को हटाए और अण्डाशयों पर कोई आँच ना आने दे | इससे फर्टिलिटी पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता |”

कभी कभार गर्भावस्था के समय भी कुछ महिलाओं में ओवेरियन सिस्ट पाए जाते है परन्तु अधिकतर समय वो दूसरे ट्रिमस्टर (second trimester) में ही ठीक हो जाते है |

हलाकि कुछ सिस्ट्स जो गर्भावस्था के समय तेज़ी से बढ़ते चले जाते है उन्हें ठीक करने के लिए सर्जरी की ज़रुरत पड़ सकती है | गर्भावस्था में सर्जरी करने के लिए सबसे सही समय है दूसरा ट्रिमस्टर |

“गर्भावस्था के दौरान अगर ओवेरियन सिस्ट पाया जाए तो घबराईएगा नहीं | अपने लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करके तुरंत किसी अच्छे gynecologist को दिखाइएगा ताकि उस सिस्ट का प्रकार जाना जा सके और उसका सही समय पर इलाज हो सके | याद रखिए, जल्दी इलाज करने से आप और आपका शिशु दोनों सुरक्षित रहेंगे और आपकी फर्टिलिटी पर भी कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा” डॉ. प्रीति का कहना है |

हालाँकि ओवेरियन सिस्ट से बचने का कोई उपाय नहीं है परन्तु नीयमित रूप से अपने श्रोणि की जांच कराने से काफ़ी फायदा होता है | ध्यान रखें, अपने अनियमित माहवारी या पेट दर्द को अनसुना मत करिए और शंका होने पर डॉक्टर से जांच ज़रूर कराइए|

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डॉ. प्रीति अरोरा धमीजा , स्त्री रोग विशेषज्ञ ने यह लेख के बनने में अपना सहयोग दिया है।

Dr. Priti Arora Dhamija

MBBS, Maulana Azad Medical College, Delhi (1999); M.D, Lady Hardinge Medical College (2004); DNB Obstetrics & Gynecology (2004); Diploma in Pelvic Endoscopy, Kiel, Germany (2014)

Experience: 17 years

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