पेशाब में जलन

क्यों होती है पेशाब में जलन – महिलाओं और पुरुषों के लिए

क्या आपने हालही में पेशाब में जलन महसूस किया है ?

पेशाब में जलन या दर्द होना कोई आम बात नहीं है और कई अवसरों में यह किसी जटिल समस्या का संकेत भी हो सकता है |  

डॉ. कार्तिकेय कोहली, सीताराम भरतिया के Associate Consultant, Internal Medicine, का कहना है – “जब कभी आपको पेशाब करते वक़्त दर्द या जलन का एहसास होता है तो उसको मेडिकल शब्दों में डिस्युरिआ (dysuria) कहते है | यह कई कारणों की वजह से हो सकता है परन्तु इस लक्षण को नज़रअंदाज़ करना सही नहीं होता |”

ज़रूरी नहीं की पुरुषों और महिलाओं के लिए पेशाब में जलन होने का कारण एक समान हो| ये दोनों के लिए भिन्न भी हो सकता है |

तो आइए जानते है कि कौनसे ऐसे कारण है जिससे पुरुषों और महिलाओं को पेशाब में जलन महसूस हो सकता है |

पेशाब में जलन का कारण – पुरुषों के लिए

Urinary Tract Infection – मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन

हालांकि मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन होने की संभावना महिलाओं में ज़्यादा होती है, पुरुषों को भी यह हो सकता है | अक्सर इस इन्फेक्शन के कारण लोगों को पेशाब में जलन महसूस होता है |

डॉ. कोहली कहतें हैं – “मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन तब हो जाता है जब मूत्रमार्ग के किसी हिस्से में बैक्टीरिया इकट्ठा हो जाता है | अगर ये बैक्टीरिया मूत्रनाली (urethra) में उत्पन्न हो जाए तो वहाँ सूजन और जलन पैदा कर सकता है | इस स्तिथि को यूरेथ्राइटिस (Urethritis) कहते है | अगर ये बैक्टीरिया ब्लैडर तक पहुँच जाए तो वह भी सूजन और जलन का कारण बन सकता है | इसको सिस्टाइटिस (Cystisis) कहते है |”

“परन्तु सिस्टाइटिस होने की संभावना पुरुषों में काफ़ी कम होती है क्योंकि पुरुषों की मूत्रनाली बहुत लम्बी होती है जो बैक्टीरिया को ब्लैडर तक पहुँचने ही नहीं देता |”

प्रोस्टेट में भी इन्फेक्शन उत्पन्न हो जाता है जब बैक्टीरिया ब्लैडर के द्वारा प्रोस्टेट ग्रंथि तक पहुँच जाता है | इसको प्रोस्टाइटिस (Prostatitis) कहते है |

पेशाब में जलन के अलावा दूसरे लक्षण जो मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन होने पर दिखाई देते हैं, वह हैं  –

  • बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना
  • गाढ़ा पेशाब निकलना (cloudy urine) और उससे भारी गंध आना
  • कभी-कभी पेशाब में रक्त आना (blood in urine)

Benign Prostatic Hyperplasia (BPH) – प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ जाना

एक परेशानी जिससे लगभग हर बढ़ते उम्र के पुरुष को जूझना पड़ता है वह है प्रोस्टेट ग्रंथि का असामन्य रूप से बढ़ जाना | इसको मेडिकल भाषा में प्रोस्टेट एनलार्जेमेंट या BPH कहते है |

“प्रोस्टेट एक अखरोट के आकर की ग्रंथि है जो पुरुषों के ब्लैडर के ठीक नीचे पाई जाती है | यह ग्रंथि मूत्रनाली या यूरेथ्रा को चारो ओर से घेरे रहती है | इसकी ख़ास बात यह है कि यह ग्रंथि एक पुरुष की जीवन में बढ़ता चला जाता है लेकिन जब यह अधिक रूप से बढ़ जाता है तब यह मूत्रनाली पर दबाव डालने लगता है जिससे पेशाब करने की क्षमता में रूकावट आती है” डॉ. कोहली समझतें हैं |

इस बीमारी के कारण पुरुषों को पेशाब में जलन महसूस हो सकता है |

अन्य लक्षण जो प्रोस्टेट के बढ़ने से होते है –

  • दिन में सामान्य से ज़्यादा बार पेशाब करना
  • रात को चार से ज़्यादा बार पेशाब करना
  • पेशाब करते – करते अचानक से रुक जाना
  • पेशाब करने के लिए ज़ोर लगाना

डॉ. कोहली का कहना है “50 वर्ष से ज़्यादा होने पर हर पुरुष को अपने प्रोस्टेट की जांच करानी चाहिए | और अगर किसी को भी इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो रहा हो तो तुरंत ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए क्योंकि अगर प्रोस्टेट हद से ज़्यादा बढ़ जाए तो पूरी तरह से पेशाब करने की क्षमता को रोक सकता है |”

किडनी स्टोन, यूरेट्रिक स्टोन या ब्लैडर स्टोन

पेशाब में जलन होने का और एक कारण हो सकता है किडनी, युरेटर या ब्लैडर में स्टोन होना |  

डॉ. कोहली कहतें हैं – “अक्सर पानी ज़रूरत से कम पीने से या किसी अन्य कारण से किडनी में स्टोन बन सकता है | अगर किडनी में रहते हुए इसका इलाज न किया जाए तो यह बड़ा होकर मूत्रवाहिनी या युरेटर में फिसल सकता है | यह होने पर स्टोन मूत्रवाहिनी को बंद कर देता है जिससे पेशाब किडनी से ब्लैडर तक नहीं पहुँच पाता | यह एक आपातकालीन समस्या होती है |”

पथरी होने पर अन्य लक्षण जो किसी को भी महसूस हो सकते है –

  • पीठ या पेट के निचले हिस्से में असहनीय पीड़ा होना
  • दर्द जो बार-बार आता-जाता रहता है  
  • पेशाब में रक्त मिलना

ब्लैडर कैंसर (bladder cancer)

ब्लैडर कैंसर एक आम प्रकार का कैंसर है जो लगभग 25 प्रतिशत पुरुषों को हो जाता है | इसका प्रमुख लक्षण है पेशाब में रक्त पाया जाना परन्तु पेशाब में जलन भी इसका संकेत हो सकता है |

“जब ब्लैडर की अंदरूनी परत पर असाधारण कोशिकाएँ उत्पन्न होने लगते हैं तब वे ट्यूमर बनाते है | जल्द इलाज न कराने से ये कैंसरयुक्त कोशिकाएँ ब्लैडर की परत से आगे फैलने लगते है | इससे कैंसर को काबू करना मुश्किल हो जाता है |”

ब्लैडर कैंसर होने का सबसे मुख्य कारण होता है सालों से धूम्रपान करना |

Sexually Transmitted Infections – यौन-संबंध के द्वारा फैलने वाले इन्फेक्शन्स

पेशाब में जलन यौन-संबंध से फैलने वाले इन्फेक्शन्स के कारण भी हो सकता है | इन्फेक्शन पैदा करने वाले बैक्टीरिया यौन-संबंध के वक़्त एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुँच सकते हैं जिसके बाद वह उनके शरीर में इन्फेक्शन्स उत्पन्न करते हैं |

पेशाब में जलन का कारण – महिलाओं के लिए

Urinary Tract Infection – मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन

महिलाओं में पेशाब में जलन होने का सबसे आम कारण है मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन हो जाना |

 डॉ पञ्चमप्रीत कौर , सीताराम भरतिया की अनुभवी obstetrician – gynecologist कहतीं हैं – “लगभग हर महिला को जीवन में एक न एक बार इस प्रकार के इन्फेक्शन का सामना करना पड़ सकता है | और इसका मुख्य कारण है औरतों का छोटा मूत्रनाल या यूरेथ्रा | छोटे यूरेथ्रा होने से इन्फेक्शन पैदा करने वाले बैक्टीरिया बहुत आसानी से मलद्वार या ऐनस से मूत्रमार्ग के किसी भी हिस्से तक पहुँचकर नुकसान पहुँचातें हैं |”

अक्सर साबुन या निजी हाइजीन पदार्थ इस्तेमाल करने से मूत्रमार्ग के इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है |

Yeast infection – वजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन

यीस्ट इन्फेक्शन एक ऐसा इन्फेक्शन है जो महिलाओं के योनि में होने वाली एक आम परेशानी है | यह कैंडिडा फंगस की वजह से होता है जिससे पेशाब में जलन के अलावा योनि में उत्तेजना और खुजली होती है | साथ ही साथ वजाइनल डिस्चार्ज भी निकलता है |

“महिलाओं के योनि में कुदरती रूप से यीस्ट की एक संतुलित मात्रा मौजूद होती है जिसमें से कैंडिडा और कुछ बैक्टीरिया भी होते हैं | परन्तु किसी कारण से यह संतुलन बिगड़ भी सकता है जिससे कैंडिडा फंगस की मात्रा बढ़ जाती है और वजाइनल इन्फेक्शन उत्पन्न हो जाता है” ऐसा कहना है डॉ पञ्चमप्रीत का |

प्रेगनेंसी में अक्सर यीस्ट इन्फेक्शन होने की संभावना अधिक होती है | ऐसा इसीलिए क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में अधिक मात्रा में एस्ट्रोजन हॉर्मोन बनने लगता है जिससे योनि में बैक्टीरिया और यीस्ट का संतुलन बिगड़ जाता है |

अन्य कारण जिसकी वजह से महिलाओं को पेशाब में जलन हो सकता है वह है –

  • किडनी, युरेटर या ब्लैडर में स्टोन होना
  • यौन-संबंध से फैलने वाले इन्फेक्शन्स होना
  • निजी हाइजीन का सामान जैसे कि साबुन, परफ्यूम, gel से प्रतिक्रिया हो जाना

डॉ पञ्चमप्रीत कहतीं हैं – “अगर आपको कभी भी पेशाब में जलन महसूस होता है तो इसको अनदेखा मत करिए | इसका कोई भी कारण हो सकता है जिसका पता लगाना उसके इलाज के लिए महत्वपूर्ण होता है | न इलाज कराने से आगे चलके गंभीर समस्याएँ पैदा हो सकती हैं |”

“कभी-कभी देखने में आता है कि लोग पेशाब में जलन होते ही किसी भी केमिस्ट से अपने आप ही एंटीबायोटिक दवाई खा लेते हैं | इससे बहुत सारे नुक्सान हो सकते हैं, जैसे कि इन्फेक्शन पूर्ण रूप से ख़त्म न होना अथवा बार-बार इन्फेक्शन का वापस आ जाना (recurrent UTI) |”

कैसे करे पेशाब में जलन का इलाज

“पेशाब में जलन को सुलझाने के लिए हमे सबसे पहले उसका कारण पता करना पड़ेगा | उसका कारण जान कर ही हम आगे इलाज कर पाएँगे” डॉ पञ्चमप्रीत ने कहाँ |

अगर पेशाब में जलन मूत्रमार्ग में हो रहे इन्फेक्शन के कारण पैदा होता है, जो कि औरतों में एक आम बात है, तो पेशाब की जांच आवश्यक करानी चाहिए और रिपोर्ट के अनुसार ही एंटीबायोटिक्स लेनी चाहिए | दवाइयों के साथ-साथ अपने हाइजीन का ध्यान रखना भी UTI से छुटकारा पाने के लिए अनिवार्य है |

“योनि में यीस्ट इन्फेक्शन होने पर दवाइयों और anti-fungal क्रीम से राहत मिल सकती है | इसके साथ-साथ महिलाएँ कुछ घरेलु उपाय भी अपना सकतीं हैं जैसे कि निजी हाइजीन का ख़ास ध्यान रखना, अंदरूनी वस्त्रों को साफ़ रखना और यौन-संबंध के समय कंडोम का इस्तेमाल करना |”

“किडनी स्टोन होने पर इलाज उसके माप पर निर्भर करता है | अगर स्टोन का माप 5 से 6 mm तक है तो उसको आसानी से पेशाब करते वक़्त निकाला जा सकता है | स्टोन के ज़्यादा बड़े हो जाने पर सर्जरी की ज़रूरत भी पड़ सकती है” डॉ. खन्ना ने कहाँ |

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Medically Reviewed by Dr. Namrita Gurpal Singh Sandhu

MBBS, Government Medical College & Hospital, Chandigarh, India (2005) DNB, National Board of Examinations (2012), ­­­­MRCOG (Part One), Royal College of Obstetricians and Gynaecologists (2015), Diploma in Gynecological Laproscopy, Hysteroscopy and Urogynecology, Kiehls school, Germany (2019)

Experience: 10+ years

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